शनिवार, 17 मई 2025

Life, important, Time

जिंदगी में कौन आता है ये इंपॉर्टेंट नहीं है

बल्कि ये इंपॉर्टेंट है कि वो आपकी फीलिंग्स कि आपके इमोशंस की कितनी कदर करता है, उसकी जिंदगी में आपके होने ना होने से फर्क पड़ता है ये इंपॉर्टेंट है वो आपको नहीं, बल्कि आपके लिए, सबको इग्नोर कर दे ये इंपॉर्टेंट है..!


100rabh ✍️

संषर्घ

 सादर प्रणाम साथियों...!!

साथियों संघर्ष ही जीवन है यह तो सभी जानते हैं लेकिन कितना यह लोग अपने ऊपर लागू करते हैं यह बहुत जरूरी है साथियों संघर्ष  संग+हर्ष संषर्घ 

संघर्ष तो हर कोई करता है कोई सकारात्मक दिशा में करता है तो कोई नकारात्मक दिशा में करता है सकारात्मक दिशा में किया गया संघर्ष हमारे सपनों को पूरा करता है और हमें हमारे मंजिल तक पहुंचा था और नकारात्मक दिशा में किया गया संघर्ष कुछ समय के लिए हमें अहसास करवाता है कि हम अच्छे दिशा में चल रहे हैं लेकिन उसका परिणाम शुन्य होता है और सकारात्मक दिशा में किया गया संघर्ष हमें थकाता तो जरूर है लेकिन वह हमारे मंजिल को हम तक पहुंचाता है साथियों अगर हम एक छोटी चींटी की बात करें तो वह भी संघर्ष करते हैं 100 बार  दीवार पर चढ़ती है और 100 बार नीचे गिरती है लेकिन चलना नहीं बंद करती है तो हम इंसान संघर्ष से क्यों भागते हैं अगर एक छोटी सी चींटी  संघर्ष कर सकती है तो हम इंसान क्यों नहीं संघर्ष कर सकते हैं अगर नन्हीं चींटी हार नहीं मानती है तो हमें भी हार नहीं मानना चाहिए और अपने सकारात्मक दिशा में हमें आगे बढ़ना चाहिए एक ना एक दिन हमें हमारी मंजिल जरूर मिलेगी हमें अपने जीवन में कभी नकारात्मक विचार नहीं लाना चाहिए और ना हमें नकारात्मक दिशा पर संघर्ष करना चाहिए यह दोनों हमारे जीवन के लिए बहुत घातक हैं इसे हमें दूर रहना चाहिए हम संघर्ष करके जो परिणाम प्राप्त करेंगे वह बहुत सुखद होगा और ऐतिहासिक होगा मेरा मानना यह है कि हमें नेगेटिविटी सोच को त्याग कर पॉजिटिविटी सोच ले कर बढ़ना चाहिए और उनसे दूर रहना चाहिए जो हमें नकारात्मक सोच से गिराते हैं और कहते हैं कि तुम यह नहीं कर सकते हो तुम्हारे बस की बात नहीं तो सबसे पहले इनसे आप दूर रहें ऐसे लोगों को अपने जीवन में बिल्कुल जगह ना दें अगर एक छोटी सी चींटी कोशिश करके  दीवार पर चढ़ सकती है तो आप इंसान हो आप कुछ भी कर सकते हो 

हमें दुनिया के मंजिल से क्या मतलब हमें तो अपनी मंजिल सजानी है

साथियों सबसे पहले हमें अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाना होगा और उस लक्ष्य के पीछे हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा हमें लक्ष्य प्राप्त करने में तमाम कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ेगा और उस कठिनाइयों से हमें लड़ना भी होगा ना जाने कितनी बाधाएं आएंगी सभी बाधाओं से भी लड़ना पड़ेगा लेकिन हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ते चलना होगा हमारे अगल-बगल ना जाने कितने आएंगे हमें गिराने के लिए लेकिन हमें ऐसा कुछ परवाह न करते हुए उनको दरकिनार करके चलना होगा क्योंकि हमें अपने लक्ष्य और अपने मंजिल से मतलब है कौन क्या कह रहा है कौन क्या कहेगा इसे सुनने और इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है आप सभी जानते हैं जो लड़ेगा वही हारेगा या जीतेगा जीतेगा तो मंजिल मिलेगा और हारेगा तो सीख मिलेगी दोनों हमारे लिए सकारात्मक ही हैं अगर हम हारते हैं तो हमें समीक्षा करने की जरूरत है कि हमारी कमी कहां रह गई हमारी गलती कहां रह गई हमसे गलती क्या हुई उसको सुधार कर पुनः संघर्ष करके अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ना है एक ना एक दिन हमें हमारा संघर्ष हमारे लक्ष और हमारे मंजिल तक पहुंचाएगा

तेरा कठिन संघर्ष ही तुझे जितायेगा 

ऊँची उड़ान को और ऊँचा कर  

तेरी मंजिलों को तेरे और करीब लायेगा।



आपका
इं. सौरभ पांडेय 🖊

सोमवार, 4 जुलाई 2022

संघर्ष से भरा छात्र जीवन

ऐसे ही हालातों से गुजर कर मिलती है कामयाबी और लोग एक पल में कह देते हैं किस्मत अच्छी थी....... मिडिल क्लास के सबसे निचले पायदान पर मौजूद सरकारी नौकरी की आस लगाए बैठे लाखों आकांक्षाओं की कहानी जो एमबीए इंजीनियरिंग मेडिकल एवं अन्य प्रतिष्ठित परीक्षाओं की तैयारी करने में असमर्थ हैं........
 उन्हें इस से सीख लेनी चाहिए एक गरीब किसान का बेटा सिर्फ महीने का किराया घर के खेत में उपजी धान का चावल एवं गेहूं का आटा गैस भर आने के लिए एवं लुसेंट किताब खरीदने के लिए रुपए ही मिल सकता है उसके सामने इन सीमित संसाधनों से महीने निकालने की चुनौती पहले बनी रहती है इस दौरान खाना बनाने में कितना कम समय खर्च हो इसका भी ध्यान रखना होता है दाल भात एवं आलू का चोखा एक ही समय में कैसे बनता है यह सिर्फ इनको पता है खाना जल गया हो या सब्जी में नमक कम हो या फिर चावल पका ही ना हो खाते समय सभी का स्वागत है से किया जाता है मानो किसानों की मेहनत को कद्र करने का ठेका इन्हें ही मिला हो मां बाप के दर्द को अपने अपनों मैं सहेजना कोई इनसे सीखे जिस समय जमाने को बाइक आईफोन फिल्म इत्यादि का आने का इंतजार रहता है उस समय इन्हें प्रतियोगिता दर्पण वैकेंसी रिजल्ट आदि का इंतजार रहता है मिलाकर इनका एक ही लक्ष्य रहता है मां-बाप के सपनों को साकार करना और बड़ी सी बड़ी परीक्षाओं को मात देकर अच्छे पोजीशन पर बैठना और अपने सपने को मंजिल तक लेकर जाना ऐसे छात्रों पर सदैव गर्व महसूस होता है जय हिंद🇮🇳🙏

Life, important, Time

जिंदगी में कौन आता है ये इंपॉर्टेंट नहीं है बल्कि ये इंपॉर्टेंट है कि वो आपकी फीलिंग्स कि आपके इमोशंस की कितनी कदर करता है, उसक...